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Haiku Today ' एक विचार '
. मेघ गरजे मोर नाचने लगे धरा उदास ।
. गंगा का कहीं पाश्चात्य पत्थरों से टूटे न पुल ।
Read more. जड़ ही जड़ युग मशीनी अब बाँटे क्या भला !
Read more. स्वयं खड़ी की दीवारें चहुँ ओर मचाया शोर ।
Read more. बिन पत्तों के वृक्ष ठूँठ हो गए वक़्त की चाल ।
Read more. ऋषि - देश में दैत्य वारिस बने शंखनाद हो ।
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