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भोजपुरी गीत: तोर छाती पे बाबू।
गीत के बोल: तोर छाती पे बाबू।
तोहरे माथे पे जब, बिंदिया देखतानी,
दिलवा हमार, प्यार करे के ज़िद करतानी।
तोहरे होंठन पे जब, शबनम देखतानी,
दिलवा हमार, प्यार करे के ज़िद करतानी।
तोर छाती पे बाबू, तिलवा जब देखतानी,
दिलवा हमार, प्यार करे के ज़िद करतानी।
तोहरे सपने, खुले आँखियन से देखतानी,
दिलवा हमार, प्यार करे के ज़िद करतानी।
नया साल में, बाबू, तू
अउर भी हॉट लागल बा,
पिछला साल तू कली रहलs बा,
अब तू नरगिस के फूल बन गइल बा।
तोर हर एक ठुमका,
आग लगा देवे बा,
तू जइसन हॉट हो गइल बा,
सूरज में आग लगा देवे बा।
तोर बिना चैन ना आये, बाबू,
दिलवा के तौफ़ा हम लाये, बाबू,
आज नया साल बा, आ बाबू,
कोनो भोकाल होए जाए, बाबू।
सुना ले दिलवा के बात, बाबू,
तोर साथ जीए के चाही, बाबू,
आज रात सर्द बा, आ बाबू,
कोनो धमाल होई जाए, बाबू।
भगवान हमके भेजलन,
तुहके बचावे खातिर,
काहे हुस्न के गर्मी में जलत बा,
हमरे बाहों में सुकून बा तुहारी खातिर।
हमरे बाहों में समा जा, रानी,
अपनी जान बचावे के खातिर,
बिना लाली लिपस्टिक, तुहके चमका देब,
चाँद भी शर्मा जाईल बा।
तोर बिना चैन ना आये, बाबू,
दिलवा के तौफ़ा हम लाये, बाबू,
आज नया साल बा, बाबू,
कोनो भोकाल होए जाए, बाबू।
सुना ले दिलवा के बात, बाबू,
तोर साथ जीए के चाही, बाबू,
आज रात सर्द बा, बाबू,
कोनो धमाल होई जाए, बाबू।
तोहरा सूरत देखीं कि, देखीं पाँव।
केहू तहार सुंदरता के,
ब्याख्या ना कर सकेला,
तू भीतर से कोमल बा,
और बाहर से, कातिल बा,
तू राजा के, ख्वाहिश बाड़ू,
अपने राजा के, आज़माईल जानू,
अपने राजा के, तड़पावे ना बाड़ू.
तोर बिना चैन ना आये, बाबू,
दिलवा के तौफ़ा हम लाये, बाबू,
आज नया साल बा, बाबू,
कोनो भोकाल होए जाए, बाबू।
सुना ले दिलवा के बात, बाबू,
तोर साथ जीए के चाही, बाबू,
आज रात सर्द बा, बाबू,
कोनो धमाल होई जाए, बाबू।
का हो जानू, बात बनेल का बाबू...
का हो बाड़ू, बात बनेल का बाबू...
गीत : सनम बेवफा
गीत के बोल : सनम बेवफा।
थाम लोगी..सोंचा था कि तुम थाम लोगी
बात होगी..सोंचा था कि गम बाँट लोगी
शाम होगी..सोंचा था कि तुम पास होगी
रात होगी..सोंचा था कि तुम साथ होगी
अरमानों कि.. क़ुर्बानी, सोंचा था कि.. आखिरी होगी
हमसे तुम्हारी दिल्लगी, सोंचा था कि.. आखिरी होगी
अरमानों कि क़ुर्बानी, सोचा था कि.. आखिरी होगी
हमसे तुम्हारी दिल्लगी, सोंचा था कि.. आखिरी होगी
तेरी मद भरी, आँखों में, डूबे हैं, हम भी।
न है शिकवा की तुम भी, किस किस का सहारा बनोगी
तेरे अधरों की अंगूरी, के प्यासे हैं हम भी
न है शिकवा की तुम भी, किस किस की साकी बनोगी
तेरे चेहरे से, कुछ यूँ छलके है शबाब
न है शिकवा कि तुम भी, कब तक संभाला करोगी
वीरान है दिल, रुकी रुकी है धड़कन
न है शिकवा कि तुम भी, किस किस की धड़कन बनोगी
अरमानों कि.. क़ुर्बानी, सोंचा था कि.. आखिरी होगी
हमसे तुम्हारी दिल्लगी, सोंचा था कि.. आखिरी होगी
अरमानों कि क़ुर्बानी, सोचा था कि.. आखिरी होगी
हमसे तुम्हारी दिल्लगी, सोंचा था कि.. आखिरी होगी
बेसुद है जिस्म, बेजान है लब।
न है शिकवा कि तुम भी, किस किस की दवा बनोगी
तुझी से दुआ है, तुझी से है फरियाद।
न है शिकवा की तुम भी, किस किस का खुदा बनोगी
बंद कर ली पलकें, तुम आओगी सपनों में
न है शिकवा कि तुम भी, किस किस का ख्वाब बनोगी
तेरे इंतजार में, पथरा गई हैं, आँखे।
न है शिकवा कि तुम भी, किस किस से जा कर मिलोगी
अरमानों कि.. क़ुर्बानी, सोंचा था कि.. आखिरी होगी
हमसे तुम्हारी दिल्लगी, सोंचा था कि.. आखिरी होगी
अरमानों कि क़ुर्बानी, सोचा था कि.. आखिरी होगी
हमसे तुम्हारी दिल्लगी, सोंचा था कि.. आखिरी होगी
खत्म होने को है, जिंदगी का सफर
न है शिकवा की तुम भी, किस किस की मंज़िल बनोगी
थाम लोगी..सोंचा था कि तुम थाम लोगी
बात होगी..सोंचा था कि गम बाँट लोगी
गीत : तू ही है
गीत के बोल : तू ही है ।
तू ही है, अक्स मेरा, मेरा खुदा;
मेरे आज में, मेरे कल की दुआ।
तू ही है, तू ही है, हाँ तू ही है
कोई रौशनी, खोलती दिल की गिरह;
हँसी में तेरी, कुछ अरमान, कुछ राज़;
आँखों में सागर, डूब जाने का डर;
बातों की खुशबू, जैसे यादें पुरानी।
तू ही है, अक्स मेरा, मेरा खुदा;
मेरे आज में, मेरे कल की दुआ।
तू ही है, तू ही है, हाँ तू ही है
दिल में सवाल, बिना तेरे मैं अधूरी;
दिल उदास, क्या है ये, कौन सी प्यास;
आँखों में तूफान, खो जाने का डर;
तू है मंज़िल, मेरी रूह की।
तू ही है, अक्स मेरा, मेरा खुदा;
मेरे आज में, मेरे कल की दुआ।
तू ही है, तू ही है, हाँ तू ही है
अब्र सा लगाव, कहीं बहक न जाऊँ;
रात में जैसे समा जाए चाँदनी, समा जाऊँ;
जज़्बातों की लहरें, गिर जाने का डर;
आज तेरी बाहों में, पिगल जाऊँ।
तू ही है, अक्स मेरा, मेरा खुदा;
मेरे आज में, मेरे कल की दुआ।
तू ही है, तू ही है, हाँ तू ही है
गीत : दिल दे के
गीत के बोल : दिल दे के।
दिल दे के, दर्द ले लिया, क्या याद करोगे।
दिल फिर भी तुम्हें दिया, क्या याद करोगे।
तेरी नरमी, तेरी गर्मी;
तेरी खुशबू, तेरी आरज़ू;
तेरी रस्में, तेरी कसमें;
तेरी बातें, तेरी सौगातें;
तेरे जलवे, तेरे नग्मे;
तेरे वादें, तेरे ईरादे;
तेरे मसौदे, तेरे सौदे;
तेरे नखरे, तेरे फलसफे;
उनसे हुई मुलाकात, पर रह गयी अधूरी,
कहनी थी कोई बात, पर रह गयी अधूरी।
जिंदगी बीत गई, रूठने मनाने में,
और हमारी हसरतें, रह गयी अधूरी।
दिल दे के दर्द ले लिया, क्या याद करोगे।
दिल फिर भी तुम्हें दिया, क्या याद करोगे।
दिल दे के दर्द ले लिया, क्या याद करोगे।
दिल फिर भी तुम्हें दिया, क्या याद करोगे।
हम बैठे रहे, फूलों के, इंतज़ार में,
वोह संगदिल, कांटे देकर, चला गया।
हम क़रार की आस में, बैठे रहे,
वोह संगदिल,आँसू देकर, चला गया।
नहीं, तुम्हें प्यार ही नहीं था, इंतज़ार ही, नहीं था,
लफ़्ज़ों की थी, मोहब्बत, जस्बात ही, नहीं ।
तुम्हें प्यार ही नहीं था, इंतज़ार ही, नहीं था,
लफ़्ज़ों की थी, मोहब्बत, जस्बात ही, नहीं ।
तुम्हें प्यार ही नहीं था, इंतज़ार ही, नहीं था,
लफ़्ज़ों की थी, मोहब्बत, जस्बात ही, नहीं ।
तुम्हें प्यार ही नहीं था, इंतज़ार ही, नहीं था,
लफ़्ज़ों की थी, मोहब्बत, जस्बात ही, नहीं ।
दिल दे के दर्द ले लिया, क्या याद करोगे।
दिल फिर भी तुम्हें दिया, क्या याद करोगे।
दिल दे के दर्द ले लिया, क्या याद करोगे।
दिल फिर भी तुम्हें दिया, क्या याद करोगे।
मेरा मेहबूब, अब मुझे ढूँढ़ता तो होगा,
एक बार ही सही, अब पूँछता तो होगा।
कितना मरें हैं, उन्हें पाने के लिए हम,
मेरा सनम अकेले में, सोचता तो होगा।
नहीं, तुम्हें प्यार ही नहीं था, इंतज़ार ही, नहीं था,
लफ़्ज़ों की थी, मोहब्बत, जस्बात ही, नहीं ।
तुम्हें प्यार ही नहीं था, इंतज़ार ही, नहीं था,
लफ़्ज़ों की थी, मोहब्बत, जस्बात ही, नहीं ।
दिल दे के दर्द ले लिया, क्या याद करोगे।
दिल फिर भी तुम्हें दिया, क्या याद करोगे।
दिल दे के दर्द ले लिया, क्या याद करोगे।
दिल फिर भी तुम्हें दिया, क्या याद करोगे।
गीत : हाथ मिलन का
गीत के बोल : हाथ मिलन का
हाथ मिलन का, बढ़ाया वैसे,
बिछड़ा कोई, मिल गया ऐसे ।
आपने सीने से, लगाया ऐसे,
रूह को सुकूँ, मिल गया जैसे ।
हाथ मिलन का, बढ़ाया वैसे,
बिछड़ा कोई, मिल गया ऐसे ।
हाथ मिलन का, बढ़ाया वैसे,
बिछड़ा कोई, मिल गया ऐसे ।
हम चाह के भी, हिल न पाए,
नज़रों ने आपकी, रोक लिया जैसे ।
साँसों में साँसें, आ गई वैसे,
बाँहों ने आपकी, कस लिया ऐसे ।
साँसों में साँसें, आ गई वैसे,
बाँहों ने आपकी, कस लिया ऐसे ।
हम चाह के भी, छुड़ा न पाए,
हमने चाहना ही, छोड़ दिया जैसे ।
खुशबू में सासें, घुल गई वैसे,
आप लब, करीब, ले आये ऐसे ।
खुशबू में सासें, घुल गई वैसे,
आप लब, करीब, ले आये ऐसे ।
हम चाह के भी, मुड़ न पाए,
हम मुड़ना ही, भूल गए जैसे ।
एहसास आ गया, जिस्म में वैसे,
आपने हमें छुआ, कुछ ऐसे ।
एहसास आ गया, जिस्म में वैसे,
आपने हमें छुआ, कुछ ऐसे ।
हम चाह के भी, मना न कर पाए,
हम रोकना ही, भूल गए जैसे ।
तंग कर कर के, रातें बिता दी वैसे,
आप ही कहो, किसे नींद, आये ऐसे ।
तंग कर कर के, रातें बिता दी वैसे,
आपही कहो, किसे नींद, आये ऐसे ।
करवट बदल के, आप, क्या गए,
'जाना' आँसू भी, सूख गए जैसे ।
हाथ मिलन का, बढ़ाया वैसे,
बिछड़ा कोई, मिल गया ऐसे ।
आप ने सीने से, लगाया ऐसे,
रूह को सुकूँ, मिल गया जैसे ।
गीत के बोल: आप से है, मोहब्बत।
आप से है, निसबत,
आप की ही, आरज़ू है।
आप से है, हुस्न मेरा,
आप की ही, जुस्तजू है।
आप से है, निसबत,
आप की ही, आरज़ू है।
आप से है, हुस्न मेरा,
आप की ही, जुस्तजू है।
आप से है, निसबत,
आप की ही, आरज़ू है।
आप से है, हुस्न मेरा,
आप की ही, जुस्तजू है।
आँसू भी न कह सके,
बयां हम क्या करें?
तसव्वुर में बैठे हैं आप के,
हया हम क्या करें।
आईये मेहरबाँ पास हमारे,
आपसे कोई गिला करें?
कब तक तस्वीरों से आप की,
हम इल्तिजा करें।
उस शाम का ज़िक्र,
भला हम क्या करें?
आपकी लिखी,
नज़्में जब तब पढ़ा करें।
गुमसुम थी हर सुबह,
तन्हा हम क्या करें?
मेरे मेहबूब मोहब्बत में,
पहल हम क्या करें।
लबों का तबस्सुम है,
सिर्फ आप के लिए;
हुस्न के ये जलवे हैं,
सिर्फ आप के लिए;
इस दिल में अरमाँ हैं,
सिर्फ आप के लिए;
हमें जीने की आस हैं,
सिर्फ आप के लिए।
थाम लीजिये, हाथ हमारा;
चाहे सीने से, लगा लीजिये।
हम न गिला करेंगे, सनम,
चाहे आप, आज़मा लीजिये।
गुमसुम थी हर सुबह,
तन्हा हम क्या करें?
आप से है, निसबत,
आप की ही, आरज़ू है।
जो हक़ीक़त में
प्यार हो गया,
तो हम क्या करें?
गुमसुम थी हर सुबह,
तन्हा हम क्या करें?
सनम!
आपसे कोई गिला करें..
गीत : सुनो तुम्हारा प्यार चाहिए
गीत के बोल : सुनो तुम्हारा प्यार चाहिए।
सुनो.., मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए;
आज चाहिए, अभी चाहिए ।
सुनो.., मुझे तुम्हारा, इकरार चाहिए,
आज चाहिए, अभी चाहिए ।
सुनो..., मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए;
आज चाहिए, अभी चाहिए ।
सुनो.., मुझे तुम्हारा इकरार चाहिए,
आज चाहिए, अभी चाहिए ।
अपने दिल का हाल क्या, बताये तुम्हें;
अब वक़्त हो चला है, आज़माये तुम्हें ।
एक बात बताओ, कितना है प्यार हमसे ;
चलो वक़्त हो चला है, घर ले जाये तुम्हें ।
हम ही हम लुटते रहे, दिल के व्यापार में ;
चैन भी गया, सुकून भी, इस कारोबार में ।
घाटे का सौदा रहा, मोहब्बत आप से 'जाना';
जाओ अब मिलेंगे, आप से सिर्फ ख्वाब में ।
उमीदों भरा संसार चाहिए;
जीवन भर का साथ चाहिए;
तुम रूठोगी, मैं मना लूँगा;
तुम रोओगी मैं हंसा दूँगा;
सुनो.., मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए;
आज चाहिए, अभी चाहिए ।
सुनो.., मुझे तुम्हारा इकरार चाहिए,
आज चाहिए, अभी चाहिए ।
Female Vocals
मेरे मेहबूब इश्क़ का मज़ा है, तड़पने में,
परवाने को मिलती है सज़ा, ज़माने में ।
बड़े नादाँ हो जो अब भी, मिलने आये हो,
आओ बाँध लें फिरसे तुम्हें, हुस्न के जाल में ।
सुनो.., मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए;
आज चाहिए, अभी चाहिए ।
सुनो.., मुझे तुम्हारा इकरार चाहिए,
आज चाहिए, अभी चाहिए ।
सुनो.., मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए;
आज चाहिए, अभी चाहिए ।
सुनो.., मुझे तुम्हारा इकरार चाहिए,
आज चाहिए, अभी चाहिए ।
उमीदों भरा संसार चाहिए;
जीवन भर का साथ चाहिए;
तुम रूठोगी, मैं मना लूँगा;
तुम रोओगी मैं हंसा दूँगा;
सुनो.., मुझे तुम्हारा प्यार चाहिए;
आज चाहिए, अभी चाहिए ।
सुनो.., मुझे तुम्हारा इकरार चाहिए,
आज चाहिए, अभी चाहिए ।
गीत : मंज़र
गीत के बोल : मंज़र
तेरी नज़रों से नज़रें क्या मिली,
हम तो ईमा से गये।
जो मिलें कभी लबों से लब,
जाने वह मंज़र क्या होगा।
जब होंगे साथ, शामों-सहर
वह आलम खास होगा।
कहीं गेसू कही आँचल
छुपा-छुपा सा इक चाँद होगा।
गर्म साँसों की वोह खुशबू,
कायनात को खुदपे नाज़ होगा।
वस्ल की रात में, आरज़ू का पहरा,
बेशक तेरा प्यार बेदाग होगा।
कब होंगे साथ, शामों-सहर
वोह आलम खास होगा।
कहीं गेसू कही आँचल
छुपा-छुपा सा इक चाँद होगा।
गर्म साँसों की वोह खुशबू,
कायनात को खुदपे नाज़ होगा।
वस्ल की रात में, आरज़ू का पहरा,
बेशक तेरा प्यार बेदाग होगा।
गर्म साँसों की वोह खुशबू,
कायनात को खुदपे नाज़ होगा।
वस्ल की रात में, आरज़ू का पहरा,
बेशक तेरा प्यार बेदाग होगा।
गीत - उल्फत
गीत के बोल - उल्फत
यूँ तो कामिल….
दर्द के पैमाने, आँखोँ की प्यालियाँ;
बेसब्री के जाम, साकिन नशेमन;
सूफी अहद, तन्हा महफ़िल।
मुफीद कैफियत, तहरीरे शायरी।।
फिर भी हासिल…
मतला बेज़ुबान, बहर से बैर;
रदीफ़ पे नक़ाब, काफ़िये में कुफुर;
मक्ते में मेरा जिक्र, ‘ नूरम ’ तेरी सादगी।
अजीब उल्फत है, तेरी ग़ज़ल!!.
गीत - अक्स
गीत के बोल - अक्स
तू ही है, अक्स मेरा, मेरा खुदा;
मेरे आज में, मेरे कल की दुआ।
तू ही है, तू ही है, हाँ तू ही है...
कोई रौशनी, खोलती दिल की गिरह;
हँसी में तेरी, कुछ अरमान, कुछ राज़;
आँखों में सागर, डूब जाने का डर;
बातों की खुशबू, जैसे यादें पुरानी।
तू ही है, अक्स मेरा, मेरा खुदा;
मेरे आज में, मेरे कल की दुआ।
तू ही है, तू ही है, हाँ तू ही है...
दिल में सवाल, बिना तेरे मैं अधूरी;
दिल उदास, क्या है ये, कौन सी प्यास;
आँखों में तूफान, खो जाने का डर;
तू है मंज़िल, मेरी रूह की।
तू ही है, अक्स मेरा, मेरा खुदा;
मेरे आज में, मेरे कल की दुआ।
तू ही है, तू ही है, हाँ तू ही है....
अब्र सा लगाव, कहीं बहक न जाऊँ;
रात में जैसे समा जाए चाँदनी, समा जाऊँ;
जज़्बातों की लहरें, गिर जाने का डर;
आज तेरी बाहों में, पिगल जाऊँ।
तू ही है, अक्स मेरा, मेरा खुदा;
मेरे आज में, मेरे कल की दुआ।
तू ही है, तू ही है, हाँ तू ही है...
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